PH का full form “potenz of hydrogen” यानी हाइड्रोजन की शक्ति होता है। हाइड्रोजन की शक्ति किसे भी पदार्थ में उसके अम्लीयता एवं क्षारीयता गुण के लिए जिम्मेदार होते हैं। PH मान में 1 से लेकर 14 तक अंक होते हैं। अगर किसी पदार्थ का पीएच मान 1 से लेकर 7 के बीच हों तो वह अम्लीय प्रकृति का होता है एवं किसी पदार्थ का पीएच मान 7 से लेकर 14 के बीच हों तो वह छारीय प्रकृति का होता है तथा अगर किसी पदार्थ का पीएच मान 7 हों तो वह न्यूट्रल होता है।
PH स्केल
किसी भी पदार्थ में अम्लीयता एवं क्षारीयता गुणों को दर्शाने के लिए पीएच का उपयोग किया जाता है। PH में 1 से लेकर 14 तक अंक होते हैं जिसे पीएच स्केल कहते हैं। प्रथम 1 से लेकर 7 के बीच अम्लीय गुणों को दर्शाता है एवं 7 से लेकर 14 के बीच क्षारीय गुणों को दर्शाता है। अगर किसी पदार्थ का पीएच मान 7 हैं तो वह न्यूट्रल यानी वह न तो अम्लीय होता है न ही क्षारीय।
अगर किसी पदार्थ का पीएच मान 1 या 2 है तो उसकी अम्लीयता सबसे ज्यादा होती है एवं पीएच मान बढ़ने के साथ-साथ 7 तक जाते जाते उसके अम्लीय गुणों में कमी देखने को मिलती है। इसी तरह किसी पदार्थ में PH मान 13 या 14 सबसे अधिक क्षारीय होता है एवं पीएच मान घटने के साथ-साथ 7 तक आते-आते क्षारीयता कम हो जाती है।
शरीर से संबंधित पीएच
पानी का पीएच मान 7 होता है इसीलिए यह ना तो अम्लीय होता है ना ही क्षारीय। लेकिन देखा जाए तो कहीं का पानी मीठा लगता है एवं कहीं का नमकीन ऐसा इसलिए होता है कि पानी के पीएच मान में परिवर्तन हो जाता है चाहे वह पानी आने वाले माध्यम का प्रभाव हो, प्रदूषण का प्रभाव हो, रिफाइनरी के लिए प्रयोग किए जाने वाले रसायन का प्रभाव हो या मौसम का प्रभाव हो सकता है। आपने अम्लीय वर्षा का नाम तो सुना ही होगा जिसमे वायुमंडल में उपस्थित अम्ल के संपर्क में आने से पानी का पीएच वैल्यू 7 से कम हो जाता है और पानी में अम्ल के गुण आ जाते हैं।
आपने अक्सर देखा होगा कि किसी की त्वचा तैलीय होती है एवं किसी की रूखी सूखी। इसमें पीएच का ही प्रभाव रहता है। अगर आपकी त्वचा तैलीय होती है तो उसका पीस मान सात से कम होता है। पीएच मान के ही आधार पर कंपनियां त्वचा प्रोडक्ट्स का निर्माण करती है। इसलिए जिनकी त्वचा मुलायम होती है उनके लिए अलग क्रीम होती है एवं जिनकी थोड़ी सख्त होती है उनके लिए अलग त्वचा क्रीम की सलाह दी जाती है।