Heatwave: भारत में गर्मी का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और IMD ने भारत के कुछ हिस्सों में जैसे की उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, सिक्किम, ओडिशा और आंध्र प्रदेश राज्यों में हीट वेव (Heatwave) अलर्ट जारी किया है। जिससे की हीट वेव (Heatwave) शब्द चर्चा में आ गया है।
आइये हीट वेव (Heatwave) को समझने की कोशिश करते है और जानते है इससे कैसे बचा जा सकता है।
हीट वेव (Heatwave) क्या है?
जब किसी दिए गए क्षेत्र का तापमान औसत से ज्यादा हो जाता है तो उसे हीट वेव कहते है। इसे देशी भाषा में लू भी कहा जाता है।
ग्रीष्म लहर या हीट वेव असामान्य रूप से अत्यधिक गर्म मौसम की वह अवधि है, जो लगातार दो या दो से ज्यादा दिनों तक रहती है। यह प्राकृतिक घटना है और यह भारत में मई जून माह में देखने को मिलता है लेकिन इस साल अप्रैल माह से ही शुरू हो गया है। कभी कभी इसका विस्तार जुलाई माह तक भी देखने को मिलता है।
हीट वेव की गंभीरता क्षेत्र के आधार पर अलग अलग देखने को मिलता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के के अनुसार मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो जाता है तो लू चलने लगती है।
वही अगर पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से या उससे ज्यादा होने जाता है तो लू चलने लगती है तथा तटीय क्षेत्रों का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से या उससे ज्यादा होने जाता है तो लू चलने लगती है।
हालाँकि जब तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो खतरनाक हीट वेव की श्रेणी में आ जाता है। इससे मनुष्य और पर्यावरण दोनों पर प्रभाव पड़ता है।
यह बच्चो, बुजुर्ग और बीमार लोगो के स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है। इससे जंगलो या खेतो में आग पकड़ने की संभावना भी ज्यादा रहती है। हीट वेव के कारण ही खेतो में गेहू के फसलों में आग पकड़ लेता है जिससे की फसलों का नुकसान देखने को मिलता है।
हीट वेव से बचाव के उपाय
- इससे बचने के के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए जैसे की:
- चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए बाहर जाते समय टोपी या छाते का प्रयोग करें।
- हाइड्रेटेड रहने के लिए खूब पानी और नींबू पानी पिएं।
- ठंडे रहने के लिए ढीले, हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें।
- लू से बचने के लिए अपनी नाक और मुंह रुमाल या गमछा से ढक लें और धुप से बचने वाला चश्मा लगाएं।
उम्मीद है हमारा ये संस्करण आपको पसंद आया होगा आगे फिर मिलेंगे एक सुन्दर से टॉपिक के साथ तब तक के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद, अगर आपने आया तक ब्लॉग को पढ़ा हो तो।