B.Ed Vs. BTC: आज हम बात करेंगे की B.Ed करें या BTC क्योकि बहुत से लोग confusion में रहते है तो आज पढ़ो पढ़ाओ के माध्यम से सही करियर गाइड देने की कोशिश करेंगे। B.Ed और BTC करने का सवाल तब से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया जब से B.Ed प्राइमरी से हटाया गया है।
जैसा की आप जानते है की B.Ed एक डिग्री कोर्स है और BTC एक डिप्लोमा कोर्स है और B.Ed का कोर्स प्राइमरी टीचर बनने के काम में अब नहीं आता है। प्राइमरी वालो के लिए BTC जिसको D El Ed भी कहा जाता है introduce किया गया है। तो आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे की कब कौन से कोर्स करना चाहिए और टीचर बनने के लिए कौन-कौन से योग्यता अनिवार्य कर दिया गया है।
BTC या D El Ed कब करें?
यदि आप एक fresh student है और आपने सिर्फ 12th पास किया है और आप टीचिंग में अपना करियर बनाना चाहते है तो BTC कोर्स आपके लिए वरदान साबित हो सकता है। आप 12th के बाद BTC कर सकते है और यह 2 साल का कोर्स होता है और जिससे प्राइमरी टीचर बनने की रह आसान हो जाती है और प्राइमरी टीचर की वैकेन्सी आज कल भर-भर के आ रही है। इसमें qualify करना आसान हो जाता है।
सबसे खास बात है की 12th के 2 या 3 साल बाद नौकरी ले लेना और वो भी टीचर का एक बहुत बड़ा achievement होता है उसके बाद कोई भी अपना आगे ही रह खोज लेता है और आसान भी हो जाता है। यदि financially independent हो जाते है तो।
B.Ed कब करें?
अब बात करते है B.Ed कोर्स की हम सभी को पता है की B.Ed एक डिग्री कोर्स होता है और यह ग्रेजुएशन के बाद होता है। तो 12th के बाद ग्रेजुएशन में 3 साल लग जाते है और उसके बाद B.Ed में 2 साल उसके बाद आपको अपने सब्जेक्ट पर कमांड होने चाहिए उसके बाद विभिन्न राज्यों के TET एग्जाम qualify करते है तब जाकर 6th to 8th या 10th तक के टीचर बन जायेंगे।
यदि किसी के पास 12th के बाद कम से कम 5 या 6 साल का समय है तो B.Ed कोर्स कर सकता है। यदि आपके परिवार की financial condition ठीक है और आपके पास पर्याप्त समय है तो इस कोर्स को कर सकते है। इसी साथ साथ यह भी ध्यान रखे की आपको अपने सब्जेक्ट पर कमांड रहना चाहिए आप जिस भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन में honours किये हो।
B.Ed में भी कई तरह के B.Ed कोर्स होते है हमने इस आर्टिकल में बताया है सभी के बारे में पुरे डिटेल्स के साथ आप लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते है।
Integrated Course
B A + B.Ed Vs B EL ED
दोनों ही इंट्रीगेटेड कोर्स है और दोनों ही कोर्स 4 साल के होते है B A + B.ED में ग्रेजुएशन के साथ-साथ B.ED भी हो जाता है। यह कोर्स दिल्ली यूनिवर्सिटी कराता है और भी स्टेट्स में होते है।
वही अगर हम B EL ED की बात करें तो यह भी 4 साल का होता है और इसमें भी ग्रेजुएशन के साथ साथ टीचर बनने के लिए योग्य हो जाते है। लेकिन इंटीग्रेटेड कोर्स में सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन नहीं बन पाता है और आगे जाकर बहुत दिक्कत होती है। तो इंटीग्रेटेड कोर्स से बचे यह कोर्स भले ही 1 साल समय बचा देता है लेकिन बाद में TGT , PGT में दिक्कत आने लगती है।
CTET कब करना चाहिए
NCTE ने साफ तौर पर कह दिया है की कोई भी अभ्यर्थी अगर किसी TTC (Teacher Training Course) में enrol कर लिया है तो वह candidate eligible है CTET देने के लिए। चाहे वह पहला दिन ही क्यों न हो। उसमे कोई time limit नहीं दी गई है।
तो कोई भी अभ्यर्थी TTC में एडमिशन ले लिए हो चाहे B.Ed, D El Ed या कोई भी इंटीग्रेटेड कोर्स तो पहला दिन से CTET देने के लिए क्वालीफाई हो जाता है। जब भी किसी TTC कोर्स में एडमिशन ले उसके साथ ही साथ एग्जाम की भी तैयारी शुरू कर दे और कोर्स खत्म होने से पहले अपने तैयारी दबा के कर ले। ताकि जल्दी से जल्दी अपना टीचिंग का जॉब secure कर सके।
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