Master card, Visa और Rupay में क्या अंतर है, differences in Rupay, Visa and Master card

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आपने गौर किया होगा की आपके पास जो debit या credit card है उस पर master card, visa or rupay का logo लगा हुआ है। क्या आपने कभी यह सोचा है की इन पेमेंट कार्ड्स पर लगे हुए rupay, visa या master card के logo का क्या मतलब होता है और इनमें क्या अंतर होता है। तो आइए आज के इस ब्लॉग में master card, visa or rupay के विभिन्न पहलुओं एवं इनमें अंतर को समझते हैं। साथ ही साथ यह भी समझेंगे की आपके लिए कौन सा बेस्ट रहेगा।

Payment card की शुरुआत

शुरुआती दौर में कैश लेन-देन के लिए हमें बैंक जाना पड़ता था। कैश निकालना हो या जमा करना हो इसके लिए बैंक जाना अनिवार्य था। शुरुआत में तो ठीक था लेकिन जैसे-जैसे बैंक कस्टमर्स बढ़ते गए बैंकों में भीड़ होने लगी एवं कैश लेनदेन में परेशानी होने लगी। जब किसी व्यक्ति को कोई वस्तु खरीदनी होती थी तो उसे पहले बैंक जाकर कैश निकालना होता था फिर खरीदारी करनी होती थी इसके बाद दुकानदार फिर उस पैसे को बैंक में जमा करता था और बाहर भेजता था। इस तरह से प्रोसेस काफी लंबा और परेशान करने वाला था।

जब ATM Machine का आविष्कार हुआ तो बैंकों द्वारा जगह जगह पर ATM मशीनों को स्थापित किया जाने लगा एवं ग्राहकों को ATM Card दिया जाने लगा। ATM Card बैंक अकाउंट से लिंक होते थे एवं इसका इस्तेमाल ATM मशीनों से पैसा निकालने के लिए किया जाने लगा। लेकिन इसमें एक समस्या थी की जिस बैंक का ATM Card था उसी बैंक एटीएम से पैसा निकाल सकते थे यानी स्टेट बैंक का ATM Card है तो सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम मशीन से पैसा नहीं निकाल सकते थे या किसी मर्चेंट को Pay करने के लिए उसके पास भी same bank का अकाउंट होना जरूरी होता था।इस तरह से ATM Card के इस्तेमाल के लिए same bank का का होना जरूरी था।

Master card, visa या rupay का इस्तेमाल

विभिन्न बैंकों को यह महसूस हुआ की किसी भी बैंक का ATM Card किसी भी बैंक के एटीएम मशीन में काम करना चाहिए लेकिन एक समस्या थी। एक बैंक का ATM Card दूसरे बैंक के एटीएम मशीन में तभी काम करेगा जब बैंक एक दूसरे से कस्टमर का data शेयर करेंगे। लेकिन बैंकों को डर था की दूसरा बैंक हमारे कस्टमर का data लेकर उसको manipulate करेगा कि हमारे कस्टमर बनिए हम आपको यह extra सुविधा देंगे। इस तरह से ATM Card का दूसरे बैंक में इस्तेमाल संभव नहीं हो पाया।

इसके बाद rupay, visa और master card ने दो बैंकों के बीच ट्रांजैक्शन का माध्यम बना। जिसे Medium of Exchange भी कहते हैं। अगर किसी स्टेट बैंक के कस्टमर को Axis bank के एटीएम मशीन से कैश निकालने हो तो बीच में Medium of Exchange काम करता है। Medium of Exchange बैंकों का डाटा लेकर अपने पास रखता है एवं कस्टमर जब दूसरे बैंक का एटीएम मशीन उपयोग करता है तो उससे मैच करा कर उसके ट्रांजैक्शन को सफल बनाता है।

Master card, Visa और Rupay में अंतर

Master card और Visa card दोनों अमेरिकन कंपनी है एवं Rupay इंडियन कंपनी है।

Visa

Visa एक अमेरिकन Medium of Exchange है। जो पूरे विश्व में काम करती है। अगर आपके Credit या Debit card पर visa का logo है तो आप अपने Credit या Debit card को पूरे विश्व के किसी भी देश में इस्तेमाल कर सकते हैं। मीडियम आफ एक्सचेंज के रूप में visa से भारत में 50% ट्रांजैक्शन किया जाता है।

Master card

Master card भी एक अमेरिकन मीडियम आफ एक्सचेंज है जो भारत में कुल ट्रांजैक्शन का 30 परसेंट cover करता है। इस कार्ड का इस्तेमाल भी पूरी दुनिया में कहीं भी किया जा सकता है।

Rupay

Rupay card भारत का अपना मीडियम ऑफ एक्सचेंज है लेकिन भारत में इसका उपयोग कुल ट्रांजैक्शन का 20 परसेंट ही है। इस कार्ड का इस्तेमाल केवल भारत में किया जा सकता है। लेकिन rupay का एक platinum कार्ड भी है जिसका इस्तेमाल globally किया जा सकता है।

निष्कर्ष

Rupay, visa एवं master card दो बैंकों के बीच ट्रांजैक्शन के मीडियम का काम करता है। यह दोनों बैंकों का डाटा अपने पास रखता है तथा यदि कोई कस्टमर अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड से किसी अन्य बैंक से लेन-देन करता है तो यह बीच की भूमिका निभाता है। अगर आप क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो संभव हो तो rupay card का ही इस्तेमाल करें क्योंकि यह स्वदेशी है। मीडियम ऑफ ट्रांजैक्शन के लिए चार्ज देना ही होता है इसलिए कोशिश कीजिए कि अपने देश का पैसा अपने देश में ही रहे। अगर आपको विदेश यात्रा करनी है तो आप rupay का platinum card ले सकते हैं यह पूरे विश्व में मनी ट्रांजैक्शन के लिए काम करेगी।

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