अग्निपथ भारत सरकार की एक योजना है जिसकी शुरुआत 16 जून 2022 को किया गया था।
इस योजना के तहत सशस्त्र बलों के तीनों सेना में कमीशन अधिकारियों के नीचे के पदों पर जवानों को भर्ती किया जाएगा और वे अग्निवीर के नाम से जाने जाएंगे।
इस योजना के लांच होने के बाद देश में भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। एक ओर इसे सरकार की अच्छी योजना के तौर पर सराहा गया वही इसके नुकसान भी गिनाए गए। आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
कया है अग्निपथ योजना के फायदे और इससे जुड़ी चिंताएं, कौन कौन कर सकता है आवेदन, कितना तक मिलेगा वेतन?
क्या है इससे जुड़ी चुनौतियां, क्यों हुई देशव्यापी विरोध प्रदर्शन।
4 साल के नौकरी के बाद दूसरी जॉब ढूंढने में परेशानी
अग्नीपथ स्कीम के तहत सशस्त्र बलों के तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती करने की घोषणा की गई । इस योजना में 4 साल की नौकरी के बाद केवल 25 परसेंट सैनिकों को ही परमानेंट जगह दी जाएगी वही बाकी सैनिक रिटायर हो जाएंगे। सबसे बड़ी चुनौती यह देखी गई की 4 साल की नौकरी के बाद जो सैनिक रिटायर होते हैं उनकी एक तरह से किसी दूसरी नौकरी में आवेदन के लिए आयु सीमा भी समाप्त हो सकती है और उनको फिर से नौकरी ढूंढने में परेशानी उठानी पड़ेगी।
पेंशन का कोई लाभ नहीं।
अग्निपथ स्कीम के तहत रिटायरमेंट फेज के बाद तकरीबन 12 लाख रुपए दिए जाएंगे
हालांकि इसके बाद कोई पेंशन नहीं दिया जाएगा जिससे उनको जॉब ढूंढना ही पड़ेगा और एक तरफ से परिवार चलाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
आर्मी जॉइनिंग के समय सशस्त्र बलों की तीनों सेनाओं को स्किल्ड एवं टेक्निकल ट्रेनिंग दी जाती है। 4 साल के नौकरी के बाद ऐसे जवान रिटायर हो जाएंगे इस तरह इंडियन आर्मी skilled and trained जवानों को खो देगी।
इसके बावजूद सरकार ने इसके बहुत सारे फायदे गिनाए हैं।
क्या है इसके फायदे?
4 साल की नौकरी के बाद जो जवान रिटायर होंगे उनके पास बेहतर स्किल और अनुभव होगा जो अलग-अलग सेक्टर्स में अपना योगदान कर पाएंगे जिससे हर सेक्टर में अनुभवी एवं स्किलफुल लोग होंगे और सेक्टर अच्छे से ग्रो करेगा।
स्किलफुल एंड एक्सपीरियंस्ड कैंडिडेट्स के साथ इकोनामिक सेक्टर में भारत आगे बढ़ेगा।
भारतीय सशस्त्र बलों में भर्ती लेटेस्ट अपडेट 2023
भारतीय सशस्त्र बलों में 2023 के दौरान 46000 सैनिकों की भर्ती की जाएगी। जिसमें 40000 थल सेना, 3000 नौसेना, और 3000 वायु सेना शामिल है।
पहले चरण की भर्ती के तहत 19000 सैनिकों का प्रशिक्षण जनवरी 2023 में देश के लगभग 40 प्रशिक्षण केंद्रों पर शुरू हो गया है वहीं दूसरे चरण में 21000 सैनिकों का प्रशिक्षण मार्च 2023 में किया जाएगा।
क्या है आवेदन करने की योग्यता
17.5 से 21 साल के युवा कर सकते हैं आवेदन।
उम्मीदवार को 12वीं कम से कम 50% अंक होना चाहिए।
भर्ती होने वाले युवा को पहले 6 महीने की ट्रेनिंग देनी होगी फिर 3.5 साल की सर्विस होगी
कितना तक मिलेगा सैलरी और कहां होगी तैनाती?
अग्नीपथ योजना के तहत शुरुआती साल में वेतन के रूप में 30000 रुपये दिए जाएंगे वही चौथे साल तक यह वेतन बढ़कर 40000 रुपया तक हो जाएगा।
वेतन का 30% हिस्सा काटकर फिर उसमें उतना ही मिलाकर रिटायरमेंट के बाद लगभग 10 से 12 लाख रुपए दिए जाएंगे।
योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को कश्मीर के साथ साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा।