Bihar marriage certificate: आज के इस ब्लॉग में हम यह जानेंगे बिहार में मैरिज सर्टिफिकेट के लिए कैसे आवेदन करें, आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया क्या है, आवेदन के लिए क्या क्या दस्तावेज लगेंगे और यह एक वैवाहिक पहचान के तौर पर हमारे लिए कितना फायदेमंद हो सकता है तो आइए शुरू करते हैं।
बिहार सरकार ने बाल विवाह से होने वाली समस्याएं को रोकने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना अनिवार्य कर दिया है। जैसा कि हम जानते हैं आमतौर पर होने वाले शादियों का कोई कानूनी सबूत नहीं होता है ऐसे में Supreme court of India ने MARRIAGE REGISTRATION RULES, 2006 के तहत सबके लिए मैरिज रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परिवार कल्याण योजनाओं का लाभ लेने में मदद करता है। marriage certificate bihar एक पहचान पत्र का काम करता है और पति-पत्नी के बीच एक कानूनी रिश्ते का मान्यता भी देता है।
बिहार सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत करते हुए marriage certificate bihar बनवाने की प्रक्रिया को और आसान कर दिया है। इसके पहले मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर काटना पड़ता था परिणाम स्वरूप लोगों को अधिक समय और खर्च का वहन करना पड़ता था लेकिन अब यह पंजीकरण आसान हो गया है और बिहार सरकार के आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
Marriage certificate के फायदे
- विवाह प्रमाण पत्र एक बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो सरकारी योजनाओं एवं किसी भी तरह की संपत्ति या बीमा के दावे के लिए होना आवश्यक है। बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परिवार कल्याण मंत्रालय योजना का लाभ लेने के लिए बिहार मैरिज सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है। यदि आपको पासपोर्ट, राशन कार्ड, कर्मचारी राज्य बीमा कार्ड और आधार कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेजों में पति या पत्नी का नाम जुड़वाना है तो इसके लिए मैरिज सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है।
- यदि आप युगल है और विदेश यात्रा करना चाहते हैं तो वीजा के आवेदन के लिए मैरिज सर्टिफिकेट जरूरी होता है अन्यथा वीजा के लिए आपका आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है।
- जीवनसाथी के किसी भी बीमा बैंक जमा और अन्य बैंक बचत पर दावा करने के लिए सरकार द्वारा प्रमाणित प्रमाण पत्र के रूप में मैरिज सर्टिफिकेट होना अनिवार्य होता है।
- पति या पत्नी की संपत्ति में यह विरासत के किसी भी चीज पर दावा हेतु marriage certificate होना अनिवार्य है।
- यह बाल विवाह को रोकने के लिए सरकार की एक अच्छी पहल है।
Marriage certificate की विशेषताएं
- यह पति-पत्नी के रिश्ते को कानूनी तौर पर स्थापित करता है।
- सरकार के नियमों के अनुसार marriage certificate बनवाना अनिवार्य कर दिया गया है।
- सरकार के विभिन्न परिवार एवं कल्याण योजनाओं के आवेदन के लिए पहचान के तौर पर उपयुक्त होगा।
- बीमा, ग्रेच्युटी, बैंक बचत एवं तमाम पति-पत्नी के संपत्तियों के दावे हेतु marriage certificate की अनिवार्यता जरूरी है।
Marriage certificate के लिए मानदंड
- Marriage certificate के आवेदन के लिए आवेदक का बिहार का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
- वधू की न्यूनतम उम्र 21 साल से कम नहीं होनी चाहिए।
Marriage certificate के लिए जरूरी डॉक्युमेंट्स
- वर वधु का संयुक्त के फोटो जैसे शादी पर ली गई तस्वीरें जो यह साबित करता है कि विवाह किसी निश्चित तिथि पर हुआ है।
- वर वधु का पासपोर्ट साइज फोटो।
- तीन गवाह एवं उनका पासपोर्ट साइज फोटो, हस्ताक्षर एवं आधार कार्ड का छायाप्रति।
- वधू का आयु प्रमाण पत्र जैसे 10वीं की मार्कशीट जिस पर DOB (Date of birth) हो।
- वर एवं वधू के आधार कार्ड का छायाप्रति
- वर का निवास प्रमाण पत्र
- वधू का निवास प्रमाण पत्र
- वर वधु का हस्ताक्षर
Marriage certificate आवेदन की प्रक्रिया
- मैरिज प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कम से कम दो गवाहों की आवश्यकता होती है एवं शादी की तारीख के एक महीने बाद विवाहित जोड़े की मैरिज सर्टिफिकेट के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह ध्यान रखने योग्य बात है की वधू का 21 साल से कम नहीं होना चाहिए।
- मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए आप ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरह से आवेदन कर सकते हैं हालांकि ऑनलाइन आवेदन करने पर सत्यापन करने के लिए आपको रजिस्ट्रार कार्यालय में जाना ही पड़ेगा।
- सबसे पहले सरकार की official website से मैरिज रजिस्ट्रेशन फॉर्म PDF डाउनलोड कर ले या मैरिज रजिस्ट्रार के ऑफिस से प्राप्त कर सकते हैं।
- सबसे पहले फॉर्म में लड़के और लड़की का नाम भरे। ध्यान रखें कि Form में वर्तनी की गलती होने पर आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएगा।
- फिर लड़के और लड़की के माता-पिता का नाम भरें।
- शादी का सबूत जैसे कि शादी के दिन ली गई फोटोस, वीडियोस या सबूत के तौर पर और कोई दस्तावेज है जो साबित करता हो की उक्त तिथि पर जोड़े का विवाह हुआ हो।
- लड़के का Address proof भरे इसके लिए आप पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड या आधार कार्ड दे सकते हैं।
- लड़की का Address भरे इसके लिए आप आधार कार्ड, ड्राइवर लाइसेंस, राशन कार्ड जैसे दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- लड़के एवं लड़की के पासपोर्ट साइज का फोटो दोनों के फॉर्म के साथ अटैच करें।
- जन्म की तारीख के प्रमाण के तौर पर आप जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल सर्टिफिकेट या कोई अन्य सरकारी दस्तावेज उपयोग कर सकते हैं जिसमें जन्मतिथि का उल्लेख हो।
- प्रमाण पत्र जारी करने या प्राप्त करने के दौरान कम से कम दो गवाहों को व्यक्तिगत रूप से पेश करना होता है, गवाह वही होने चाहिए जिनका अपने आवेदन पत्र में उल्लेख किया हो।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म को अच्छे से भर कर संबंधित दस्तावेजों को संलग्न कर रजिस्ट्रार कार्यालय में जमा कर दें तत्पश्चात 15 दिनों के अंदर ऑफिस से आपको प्रतिक्रिया मिल जाएगी एवं अपना मैरिज सर्टिफिकेट प्राप्त कर लें।
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