इंटरनेट ने पूरी जिंदगी को बदल कर रख दिया है। आज के दौर में 3 घंटे बिना पानी और खाना के तो रह सकते हैं लेकिन इंटरनेट के बिना आधा घंटा भी रहना मुश्किल सा लगता है। आज हर कोई इंटरनेट का उपयोग कर रहा है लेकिन क्या आप जानते हैं इंटरनेट का आविष्कार किसके द्वारा और कब किया गया एवं इंटरनेट का आविष्कार कैसे किया गया इसकी शुरुआत कैसे और किस तरह की गई? इस लेख के माध्यम से आइए इंटरनेट के बारे में शुरू से जानने की कोशिश करते हैं।
इंटरनेट के अविष्कार के शुरुआती दौर
इंटरनेट का आविष्कार एक समय में किसी एक इंसान के द्वारा नहीं किया गया बल्कि इसके अविष्कार और विकास में पीढ़ी दर पीढ़ी अलग-अलग वैज्ञानिकों का सहयोग है। इंटरनेट के आविष्कार और विकास में बहुत सारे साइंटिस्ट का समय का योगदान है। इंटरनेट से जुड़ी पहली क्रिया विधि 1962 में अमेरिकी वैज्ञानिक J.C.R lickider द्वारा किया गया। दरअसल 1960 के दशक में अमेरिका और रूस के बीच शीत युद्ध चल रहा था। अमेरिका को डर था की कहीं रुस परमाणु हमला ना कर दे। अमेरिका एक ऐसा नेटवर्क बनाना चाहता था जिससे अमेरिका के सारे कंप्यूटर को एक साथ जोड़ा जा सके।
1962 में JCR lickider ने DARPA (the defense advanced research projects) नामक संस्था बनाई। इस संस्था ने सबसे पहले नेटवर्क बनाया जिसका नाम integletic network रखा गया जिसका मकसद अमेरिका के डिफेंस कंप्यूटर को एक दूसरे से कनेक्ट करना था जिससे सीक्रेट मैसेजेस को एक जगह से दूसरी जगह फास्ट भेजा जा सके।
पहला कंप्यूटर कनेक्शन
29 अक्टूबर 1969 को कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर और उससे 350 किलोमीटर दूर स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट के कंप्यूटर को कनेक्ट करने की कोशिश की गई। इस कनेक्शन में दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक मैसेज शब्द “LO” को भेजा गया लेकिन इस क्रम में स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टिट्यूट का कंप्यूटर क्रैस करके ब्लास्ट कर गया। इसमें सुधार करने के बाद फिर से मैसेज को भेजा गया लेकिन इस बार सफलता हासिल हुई और सफल पूर्वक मैसेज को भेजा जा सका।
इंटरनेट की शुरुआत
1974 में DARPA के चीफ मेंबर vint cert & Robert e. Con द्वारा 2 कंप्यूटरों को जोड़ने के लिए TCP (transmission control protocol) डिजाइन किया गया और इंटीग्रेटिक नेटवर्क का नाम बदलकर इंटरनेट रख दिया गया। Vint cert और Robert e. con को फादर ऑफ इंटरनेट या इंटरनेट का आविष्कारक कहा जाता है।
1980 में माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ने IBM कंप्यूटर बनाएं और इसमें इंटरनेट की सुविधा लगाई गई। हर कंप्यूटर की एक यूनिक आईडी बनाई गई जिसे ip-address कहते हैं।ip-address से प्रत्येक कंप्यूटर में इंटरनेट acces करना आसान हो गया।
1 जनवरी 1983 को DARPA का नाम बदलकर ARPANET कर दिया गया और इसी साल Paulmuku petris ने domain name extension जैसे .com, .net, .gov का आविष्कार किया। जिससे कंप्यूटर से कंप्यूटर को कनेक्ट करना थोड़ा आसान हो गया।
1989 में vint cert and Robert e con ने ISP (internet service provider) कंपनी बनाई जिसका नाम telnet रखा गया यह दुनिया की पहली इंटरनेट कंपनी थी। Telnet के द्वारा अब लोगों को भी इंटरनेट सर्विस दिया जाने लगा इसके पहले इंटरनेट का उपयोग केवल डिफेंस और सरकार की संस्थाएं ही करती थी।
WWW का आविष्कार और इंटरनेट की दुनिया
1990 मे T burnas le ने कंप्यूटर के लिए HTML(hypertext markup language) बनाया जिसकी मदद से ब्राउज़र एवं पेज बनाए जाने लगे और वेबसाइटों का नेविगेशन भी आसान हो गया। फिर 1991 में T burnus le ने WWW (world wide web) बनाया जिससे वेबसाइटों को ढूंढना आसान हो गया। इसके पहले किसी वेबसाइट पर जाना होता था तो जिस कंप्यूटर का वेबसाइट होता था उस कंप्यूटर का ip-address याद रखना पड़ता था और उसके माध्यम से ही वेबसाइट पर विजिट कर सकते थे।
1992 में इंटरनेट को सही तरीके से उपयोग करने के लिए Yahoo!, Bing आदि सर्च इंजन मार्केट में लांच किए गए लेकिन ये चल नहीं पाए। 1998 में गूगल को लांच किया गया जिसने दुनिया में एक नई क्रांति ला दी और आज यूट्यूब, फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम एवं तरह-तरह के सोशल मीडिया एप इंटरनेट के माध्यम से इस्तेमाल करें जा रहे हैं।
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