Adverse Possession: ज़मीन आपकी लेकिन मालिकाना हक़ किसी और का! जी हां ऐसा संभव है एडवर्स पजेशन के जरिये लेकिन एडवर्स पजेशन क्या है चलिए जानने की कोशिश करते है।
दरअसल एडवर्स पजेशन या प्रतिकूल कब्ज़ा भूमि सम्बंधित क़ानूनी सिद्धांत है जिसके तहत एक प्रॉपर्टी का किरायेदार एक निश्चित अवधि के बाद उस प्रॉपर्टी की मिलकाना हक़ हासिल कर सकता है अगर प्रॉपर्टी पर 12 साल से कब्ज़ा है और मालिक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करने में विफल रहता है तो किरायेदार को प्रॉपर्टी का मालिकाना हक़ अधिकार मिल जाता है।
ऐसा तब हो सकता है जब अगर सम्पति पर शांतिपूर्ण तरीके से कब्ज़ा किया गया हो और मकान मालिक को इसकी सूचना भी हो इसमें सबसे बड़ी बात है है की मकान मालिक ने 12 साल की अवधि में कभी भी कब्जे को लेकर रोक-टोक न लगाई हो यानि ये साबित करना जरुरी होता है की प्रॉपर्टी पर कब्ज़ा लगातार था और उसमे कोई रुकावट नहीं आई थी साथ ही कब्ज़ा करने वालो को प्रॉपर्टी डीड, टैक्स रिसीप्ट, बिजली बिल, पानी का बिल, गवाहों के एफिडेविट आदि देने पड़ते है।
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