Mars planet in hindi: पूरे ब्रह्मांड में केवल पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहां जीवन संभव है। किसी भी ग्रह पर जीवन के लिए, अनुकूल तापमान, पीने योग्य पानी, जलवायु नियंत्रण, कृषि योग्य भूमि, वायुदाब का नियंत्रण होना आवश्यक है। पृथ्वी पर ये सारे तत्व अनुकूलित है जिसके कारण यहां जीवन संभव हो पाया है। पृथ्वी के परे दूसरे ग्रहों पर जीवन का अनुमान लगाना वैज्ञानिकों के रिसर्च का एक प्रमुख हिस्सा रहा है। जब हम पृथ्वी की जलवायु, तापमान, इसके आकार, बनावट एवं भूमि के बारे में अध्ययन करते हैं तो हमारे मन में यह ख्याल आता है कि क्या ऐसा कोई ग्रह भी है जहां पृथ्वी जैसी संरचना हो, नदियां हो और वहां पर जीवन संभव हो। आज के इस ब्लॉग में हम mars planet in hindi, मंगल ग्रह पर जीवन की खोज एवं इस पर होने वाले research के बारे में जानने की कोशिश करेंगे कि आने वाले दिनों में क्या मंगल ग्रह पर जीवन संभव हो जाएगा।
मंगल ग्रह पर जीवन की खोज (Life on mars)
मंगल सौरमंडल में हमारा पड़ोसी ग्रह है जहां इंसान के रहने की कल्पना की जा रही है। मंगल का दिन रात का चक्र पृथ्वी के समान है अंतर बस इतना है की मंगल ग्रह का दिन हमारे पृथ्वी से 37 में बड़ा होता है। दिन रात का चक्र हमारे शारीरिक लय प्रभावित करता है। मंगल ग्रह पर दिन रात के तापमान में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया है। मंगल ग्रह पर पृथ्वी के जैसा ही सूर्यास्त के नजारे देखे गए हैं। पृथ्वी के धुरी इतना लगभग मंगल की दूरी झुकी हुई है एवं वातावरण में साझी समानता देखी गई है। ग्रहों के तुलनात्मक शोध में यह पाया गया है कि मंगल का वातावरण आदर्श स्थितियों में पृथ्वी जैसा आदर्श है। परंतु चंद्रमा में इस तरह की कोई वातावरण की आदर्श स्थिति नहीं पाई गई है। पृथ्वी का वातावरण नाइट्रोजन और ऑक्सीजन से मिलकर बना है। यह ब्रह्मांड का एकलौता ऐसा ग्रह है जहां पानी द्रव रूप में मौजूद है।
इस research में पाया गया है कि लगभग 3.5 अरब साल पहले मंगल पर पानी एवं नदी घाटी मौजूद थी और मौसम जीवन के अनुकूल था लेकिन वातावरण काफी घना था। मंगल ने अपना एक बड़ा हिस्सा खो दिया। सूर्य के कणों ने मंगल के ऊपरी वातावरण को नष्ट कर दिया। पृथ्वी का वातावरण चुंबकीय क्षेत्र से बचा हुआ है। आज मंगल सूखा बर्फीला रेगिस्तान के रूप में है और पानी बर्फ एवं वाष्प के रूप में मौजूद है। मंगल की सतह के नीचे भी पानी बर्फ के रूप में मौजूद है और इंसानी बस्तियों के लिए खजाने होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है।
2022 के शुरुआत में यूरोपीय रिसर्चरों ने पाया कि मंगल के कथित परिघाटी के नीचे सतह पर पानी बर्फ के रूप में मौजूद है। सिमुलेशन का इस्तेमाल करके सूर्य एवं मंगल के बीच चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने की गणना की जा रही है। अगर सूर्य और चंद्रमा के बीच चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न हो गया तो वायु का दबाव एवं तापमान बढ़ता जाएगा। मंगल के उत्तरी ध्रुव पर मौजूद CO2 जो dry ice के तौर पर है, फिलहाल में लगेंगे और greenhouse प्रभाव शुरू हो जाएगा जो सतही या ध्रुव के बर्फो को नदियों में बदल सकता है। इसका सैद्धांतिक तौर पर ट्रायल चल रहा है अगर ऐसा हो तो मंगल पर जीवन की संभावना हो सकती है।