जब कई खूबियां साथ आती है, तब एक महान खिलाड़ी खड़ा होता है। सचिन तेंदुलकर ने महज 16 वर्ष की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा और 40 की उम्र में विश्व के सबसे प्रसिद्ध क्रिकेटर के रूप में मैदान से विदा हुए। 24 अप्रैल को वे 50 साल के हो गए हैं। पेश है सचिन तेंदुलकर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य तथा क्रिकेट की दुनिया में कीर्तिमान स्थापित करने के पीछे की कहानी।
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर रमेश सचिन तेंदुलकर को कौन नहीं जानता। क्रिकेट मैदानों पर अपने बल्लेबाजी का कीर्तिमान स्थापित करने वाले सचिन तेंदुलकर विश्व के सबसे प्रसिद्ध क्रिकेटरों में से एक हैं। पूरी दुनिया में वे क्रिकेट के भगवान के नाम से जाने जाते हैं। सचिन तेंदुलकर के ऊपर एक बायोपिक फिल्म बनाई गई है जो क्रिकेट की दुनिया के लिए और यंग जेनरेशन को इंस्पायर करने के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। इस मूवी का नाम “सचिन: ए बिलीयन ड्रीम्स” है।
प्रारंभिक जीवन
सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई के एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर था। वे पैसे से एक मराठी टीचर थे। सचिन तीन भाई और एक बहन थे। शुरू से हीं उनकी रूचि क्रिकेट में थी और उन्होंने इसी को अपना कैरियर बनाते हुए विश्व क्रिकेट की दुनिया में अपनी एक अमिट पहचान बनाई।
सचिन तेंदुलकर ने 24 मई 1995 को अंजली से शादी की। शादी से पहले अंजली और सचिन एक एयरपोर्ट पर मिले थे और अंजलि को सचिन और उनकेे क्रिकेट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं था। सचिन एक पुत्री और 1 पुत्र के पिता हैं। उनकी बड़ी बेटी का नाम सारा तेंदुलकर एवं उनके बेटे का नाम अर्जुन तेंदुलकर है।
सचिन के बारे में रोचक तथ्य
- सचिन बताते हैं कि जिस कोच से वे प्रशिक्षण लेते थे, उनकी प्रशिक्षण कार्यशैली काफी शानदार थी। वे विकेट पर एक सिक्का रख देते थे और जो विकेट लेता था तथा जो बिना आउट हुए पूरी पारी खेल जाता था सिक्का उसका हो जाता था।
- सचिन के पास ऐसे 13 सिक्के हैं जो उनके लिए बेशकीमती है।
- 1977 में स्कूल हैरिस शील्ड मैच के दौरान अपने साथी क्रिकेटर विनोद कांबली के साझेदारी में 664 रन बनाएं। इसमें एक गेंदबाज तो रोने लगा और विरोधी पक्ष ने मैच खेलने से इनकार कर दिया।
- सचिन तेंदुलकर “अपनालय” नाम से एक NGO चलाते हैं जिसमें प्रत्येक साल 200 बच्चों को शिक्षा दीक्षा एवं उनकी जरूरत पूरी की जाती है।
- क्रिकेट में कीर्तिमान
- सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर 1979 से टेस्ट क्रिकेट से किया एवं अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में शुरुआत 17 दिसंबर 1979 को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं किया।
मास्टर ब्लास्टर के कीर्तिमान
- 2008 में आईपीएल t20 की शुरुआत के दौरान व्वे अपनी घरेलू टीम मुंबई इंडियंस के कप्तान बने।
- 2010 के आईपीएल टी20 मैच में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और कप्तान का पुरस्कार जीता।
- टेस्ट मैच में 15921 रनों का सर्वाधिक रन रिकॉर्ड उनके नाम कायम है जिसमें 51 शतक, 68 अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड है। इस दौरान उन्होंने 46 विकेट चटकाए।
- एकदिवसीय मैच में 18426 रनों का सर्वाधिक रन रिकॉर्ड उनके नाम कायम है जिसमें उन्होंने 44 शतक एवं 96 अर्धशतक लगाए हैं। 154 विकेट चटकाने का उनका रिकॉर्ड है।
- 16 फरवरी 2012 को मीरपुर के स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ अपनी 100वी शतक पूरी की।
- एकदिवसीय मैच में 200 रन बनाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर
- एक ही विश्वकप के दौरान 2003 में 673 रन बनाने का रिकॉर्ड उनके नाम है।
क्रिकेट से संन्यास
23 दिसंबर 2012 को सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया। टेस्ट क्रिकेट में सन्यास की घोषणा पूरे देश के लिए एक भावुक पल था। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करते हुए सचिन तेंदुलकर ने कहा “देश का प्रतिनिधित्व करना और पूरी दुनिया में खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं अपने घरेलू जमीन पर 200वां मैच खेलूंगा”।
16 नवंबर 2013 को मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ 79 रन की पारी खेलते हुए जीत भारत के नाम किया और टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया
भारत रत्न से अलंकृत
4 फरवरी 2014 को सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया उस समय केवल वे 40 साल के थे। अभी तक के सबसे कम उम्र में सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न प्राप्त करने वाले नागरिक हैं। यह भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। राष्ट्रपति भवन के दरबार में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा सचिन तेंदुलकर को इस सम्मान से अलंकृत किया गया। भारतीय क्रिकेट और पूरे भारतीय खेल जगत के लिए इससे बड़ी प्रेरणा नहीं हो सकती।
सचिन तेंदुलकर राजीव गांधी खेल रतन पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले खिलाड़ी हैं।
2007 में उन्हें पदम विभूषण से नवाजा गया।