देश में यहां पटरी पर नहीं, बल्कि पानी पर दौड़ती है मेट्रो

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दोस्तों पढ़ो पढ़ाओ में आपका फिर से स्वागत है, भारत में जब हम मेट्रो ट्रेन की बात करते है तो अक्सर हम इस बात की भी चर्चा करते है की इस शहर में मेट्रो नहीं है उस शहर में मेट्रो नहीं है। जैसे की अगर हम पटना की बात करे जो को बिहार की राजधानी है, पटना में अभी मेट्रो का कार्य प्रगति पर है अभी वहां मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। पटना के लोगो के लिए अभी भी मेट्रो सुविधा उपलब्ध नहीं है लेकिन भारत के केरल राज्य में अब पानी पर मेट्रो दौड़ती नज़र आ रही है।

आपको जानकर ये हैरानी होगी लेकिन ये सच है की अब भारत में मेट्रो पानी पर दौड़ने लगी है। इस अनोखी मेट्रो की ख़ासियत क्या है, यह कहा चलाई जा रही है और इसको लाने की जरुरत क्यों पड़ी। आइये जानते है आज के इस ब्लॉग में।

क्या है वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट?

25 अप्रैल 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में देश का पहला वाटर मेट्रो का उद्घाटन किया। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 2017 में की गई थी और इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य 2019 तक रखा गया था लेकिन डेट बढ़ने के चलते यह लगातार आगे बढ़ते रही। इस प्रोजेक्ट को कोच्चि का ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है। कोच्चि और आस पास के 10 द्वीपों के बीच चलने वाला इस वाटर मेट्रो का पहला रूट आज यानि 26 अप्रैल 2023 को सुबह 7 बजे शुरू किया गया।

इसका पहला रूट High Court-Vypin terminals और Vyttila-Kakkanad terminal के बीच हुई और 27 अप्रैल 2023 को इसके दूसरे रूट की शुरुआत होगी।

वाटर मेट्रो का समय क्या होगा?

वाटर मेट्रो का खुलने का समय सुबह 7 बजे से शुरू होकर रात 8 बजे तक जारी रहेगी।

वाटर मेट्रो की जरुरत क्यों पड़ी?

दरअसल रेल मेट्रो के संचालन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इन्ही दिक्कतों को देखते हुए और इससे बचने के लिए एक खास तरह की लाया गया है। यह एक तरह से वाटर बोट जैसा होगा जिसके अंदर मेट्रो ट्रेन जैसी सभी सुविधाएं मौज़ूद होंगी।

क्या है इसकी ख़ासियत?

कोच्ची शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनायीं गई ये नौकाएं हाइब्रिड मोड वाली है और बैटरी से चलेगी लेकिन बैकअप के लिए इनमे जनरेटर भी प्रयोग किया जायेगा।

पुरे प्रोजेक्ट की लगत लगभग 1137 करोड़ बतायी जा रही है और इसकी फंडिंग केरल सरकार ने जर्मनी के KFW बैंक के साथ मिलकर की है। इस परियोजना में 78 पर्यावरण के अनुकूल वाटर मेट्रो और 38 टर्मिनल होंगे यानि यह पूरा प्रोजेक्ट eco-friendly होगा।

और सबसे महत्वपूर्ण बात ये है की इस मेट्रो के इंजन को दूसरे मेट्रो जैसी बायो फ्यूल पर नहीं बल्कि Lithium-titanate spinal battery से संचालित किया जायेगा।

वाटर मेट्रो के क्या फायदे है?

इस अनोखे मेट्रो में ट्रैफिक की दिक्कत नहीं होने के चलते यह समय के लिहाज से काफी किफायती होगा और इससे लोगो को समय बचेगा। साथ ही हर 15 मिनट में परिवहन के लिए मेट्रो मिलेगी और शुरुआत में 75 किलोमीटर की दुरी तय करेगी।

एक वाटर मेट्रो से एक बार में 100 लोग यात्रा कर सकेंगे। जरुरत पड़ने पर सीटों की संख्या बढ़ायी जा सकती है। मेट्रो में किये जाने वाले अनाउंसमेंट अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम भाषा में होंगे। एयर कंडीशन केबिन होंगे और साथ ही एंट्री और एग्जिट शहरों में चल रही मेट्रो के जैसी ही होंगी। यात्रियों के सुविधा के लिए केवल एक ही स्मार्ट कार्ड के यूज़ की सुविधा दी गई है। कोच्चि वाटर मेट्रो के टिकट बुकिंग के लिए कोच्ची 1 ऍप का प्रयोग किया जा सकता है।

कोच्चि वाटर मेट्रो का किराया कितना होगा?

कोच्चि वाटर मेट्रो में तीन तरह के टिकट उपलब्ध है। यह टिकट्स Weekly, Monthly और Quarterly अवधि का होगा। साप्ताहिक टिकट की कीमत 180 रुपये, 1 महीने वाले टिकट की कीमत 600 रुपये (जिसमे 50 ट्रिप की सुविधा मिलेगी) और 3 महीने वाले टिकट की कीमत 1500 रुपये होंगे (जिसमे 150 ट्रिप की सुविधा मिलेगी)।

आपको इस अद्भुत वाटर मेट्रो के बारे में दी गई जानकारी कैसी लगी, आप हमें कमेंट करके जरूर बताये।

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