Samarth yojana 2023: स्किल इंडिया प्रोग्राम के तहत समर्थ योजना की शुरुआत 2017 में की गई थी जिसके माध्यम से लगभग 3 सालों में 10 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था।
samarth yojana की शुरुआत कपड़ा मंत्रालय ने किया है, अब इस योजना के कार्यन्वयन को मार्च 2024 तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
समर्थ योजना का उद्देश्य? (Objective of Samarth Scheme?)
Samarth yojana का उद्देश्य कपड़ा उद्योग से संबंधित हथकरघा, हस्तशिल्प रेशम उत्पादन और पटसन आदि के परंपरागत क्षेत्रों में प्रशिक्षण और कौशल का विकास कर रोजगार पैदा करना है।
Samarth yojana के लिए 18 राज्यों ने MOU यानी memorandum of understanding agreement पर केंद्र सरकार के साथ हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत इन सभी राज्यों के 4 लाख लोगों को प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान किया जाएगा।
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Samarth yojana के तहत सिखाया जाने वाले कार्य
- सादे और डिजाइनर परिधानों को तैयार करना
- कपड़ों और धातु की हस्तकला
- हथकरघा उद्योग का कार्य
- कालीन और चटाई से संबंधित कार्य
- वस्तु उत्पादन का कार्य
- फर्नीचर, layout और संकेत बोर्ड आदि का कार्य
- रेशम उत्पादन और पटसन का कार्य
- कंबल और चादर बनाने का कार्य
- जूट से संबंधित कार्य
Samarth yojana के लाभ
Samarth yojana के तहत वस्त्र उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे विश्व व्यापार में भारत के निवेश की क्षमता बढ़ेगी और इकोनामी को मजबूती प्रदान होगी।
Samarth yojana के लिए पात्रता
योजना के अनुसार आवेदक भारत का निवासी होना चाहिए।
आवेदक किसी प्रकार की नौकरी में नहीं होना चाहिए।
आवेदक किसी प्रकार का व्यवसाय नहीं करता हो।
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