Vibrant village programme in hindi: दोस्तों पढ़ो पढ़ाओ में आपका फिर से स्वागत है, हम आपके लिए लेकर आये है एक नया ब्लॉग। आज के इस ब्लॉग में जानेंगे केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई vibrant village program जिसके जरिये न केवल देश के सीमा से सटे आस-पास के गांवों को विकसित करके पलायन रोकना है बल्कि सीमा सुरक्षा को भी और मजबूत करने का प्रयास करना है।
हम सभी ने बचपन से सुना है की भारत गावों का देश है और भारत की आत्मा गावों में निवास करती है। ऐसे में गावों के विकास के बिना देश का विकास करना मुश्किल हो जाता है। बीते कई दशकों में गावों का समुचित विकास और उचित सुविधा नहीं मिलने के कारण लोग शहरों के तरफ पलायन को मजबूर हुए है।
हालाँकि देश भर के गावों में रहने वालो लोगो को शहरो के तर्ज़ पर सभी सुविधा प्रदान कर हर गांव का समग्र विकास करने की दिशा में कई अहम कदम उठाये गए है लेकिन फिर भी गावों में लोगो तक अभी भी 24 घंटे बिजली नहीं पहुंच पायी है, अभी तक हर घर नल का जल का वादा सरकार पूरा नहीं कर पायी है। इसी क्रम में सरकार ने देश के सीमावर्ती गावों के लिए एक प्रोग्राम लंच किया है। आइये समझते है क्या है सरकार का vibrant village program।
वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम – Vibrant village programme in hindi
सीमावर्ती गांवों से पलायन रोककर सीमा सुरक्षा को सशक्त बनाने के लिए vibrant village program लंच किया गया है।
साल 2022-23 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के सीमावर्ती गावों के विकास का जिक्र करते हुए सरकार द्वारा उठाये गए कदम पर चर्चा की थी। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने vibrant village program की घोषणा की और इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए कैबिनेट ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम को मंजूरी दे दी है। योजना के तहत भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025 – 26 तक सड़क निर्माण के लिए 2500 करोड़ रुपये सहित 4800 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
vibrant village program के लिए उत्तरी सीमा से लगे 4 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश के 2967 गांव को चुना गया है। vibrant village program की शुरुआत सबसे पहले अरुणांचल प्रदेश के किबिथू गांव से की गई है।
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वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का उद्देश्य क्या है (Objective of Vibrant Village Program)
- इस योजना के जरिये सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगो के जीवन की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
- इसके अलावा पलायन रोकने और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिहाज़ से अधिक महत्वपूर्ण है।
- इस प्रोग्राम के जरिये उत्तर सीमा से लगे 19 जिला के 46 ब्लॉकों के 2967 गांवों को चयनित किया गया है।
- रोजगार का अवसर मुहैया कराना।
- सीमावर्ती गांवों में रह रहे लोगो को अपने गांव में ही रहने के लिए प्रोत्साहित करना।
- गांव के कच्ची सड़क को पक्का किया जायेगा।
- लोगो तक साफ पिने का पानी और बिजली मुहैया कराया जायेगा।
वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का फोकस क्षेत्र (Focus Areas of Vibrant Village Program)
- सड़क को पक्का करके सड़क संपर्क में सुधार लाना ताकि कॉलेज, स्कूल और हॉस्पिटल की दुरी को कम किया जा सके।
- शुद्ध पीने का पानी और बिजली मुहैया कराया जायेगा।
- मोबाइल और इंटरनेट की कनेक्टिविटी को बेहतर किया जायेगा।
- पर्यटन को बढ़ावा दिया जायेगा।
वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का प्रभाव (Impact of Vibrant Village Program)
- पूर्वोत्तर में चीन की विस्तारवादी नीति को चुनौती देने का एक कारगर तरीका साबित हो सकता है।
- इस प्रोग्राम के जरिये रोजगार के अवसर विकसित किये जायेंगे जिससे की वहाँ के लोग वही बने रहेंगे।
- इससे मधुमक्खी पालन, कृषि उपज में सुधार, हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा मिलेगा।
- सीमावर्ती गांवों के लोग सुरक्षा बलों के लिए आँख और कान का काम करते है।
- इससे आसानी से चीन सीमावर्ती गांव के किसी भी इलाके पर अपना दावा नहीं कर सकता।
निष्कर्ष
भारत सरकार की यह योजना बहुत ही कारगर साबित होगी क्योकि आज़ादी के बाद से ही यानि की 75 सालों में किसी भी सरकार ने देश के सीमावर्ती इलाकों पर उतना ध्यान नहीं दिया था जिसके कारण देश के सीमावर्ती गांव उतने विकसित नहीं हो पाये। आशा है सरकार की यह योजना देश की सीमावर्ती गावों को बेहतर बनायेंगी और वहां रह रहे लोगो की ज़िन्दगी में सुधार होगा। ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शिक्षा मिलेगी, लोगो को रोजगार मिलेंगे।
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